बीजेपी और ममता बनर्जी के बीच जय श्रीराम के नारे को लेकर जुबानी जंग लगातार बढ़ती ही जा रही है। जय श्री राम के नारे लगाने वालों को दीदी तुरंत गिरफ्तार करवा रही हैं। इस सब से हटकर अब बीजेपी के कार्यकर्ता ममता बनर्जी को जय श्री राम लिखे पोस्टकार्ड भी भेजने लगे हैं, इस वजह से ये मामला सुलझने की बजाय और बिगड़ता जा रहा है। इस बीच ममता बनर्जी ने अपने फेसबुक पोस्ट में पहली बार एक कायदे की बात लिखी है। अंग्रेजी, हिंदी और बांग्ला तीनों भाषाओं में ममता बनर्जी ने अपनी पोस्ट में क्या लिखा इस पर भी एक नज़र डालें –
“जय सिया राम, जय राम जी की, राम नाम सत्य है, इन नारों का धार्मिक और सामाजिक अर्थ है. हम इन भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन बीजेपी धार्मिक नारा जय श्री राम का राजनीतिक नारे के तौर पर इस्तेमाल कर रही है और वो ऐसा कर धर्म और राजनीति को मिला रही है. अगर कोई पार्टी अपनी रैलियों में कोई खास नारा लगाती है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. हर राजनीतिक दल का अपना नारा है, मेरी पार्टी का नारा जय हिंद और वंदे मातरम है, वामदल इंकलाब जिंदाबाद कहते हैं, दूसरी पार्टियों का दूसरा नारा है, हम एक दूसरे का सम्मान करते हैं.”
गिरफ्तारी के बाद अब लोग दीदी को जय श्रीराम लिखा पोस्टकार्ड भेज ने लगे हैं
ममता बनर्जी की ये बात कायदे की है। पहली बार उन्होंने जय श्री राम का जवाब अच्छे से दिया है। लेकिन इसी जय श्री राम पर ममता बनर्जी ने जो कुछ भी किया है उसके लिए तो ममता को बीजेपी और जनता शायद ही माफ़ करेगी। ममता बनर्जी जय श्री राम का नारा लगाने वालों को दो बार गिरफ्तार करवा चुकी हैं। पहली बार नारेबाजी हुई तो तीन लोग गिरफ्तार हुए और दूसरी बार नारेबाजी हुई तो आठ लोग गिरफ्तार हो गए। इसके बाद बीजेपी और टीएमसी के बीच इतनी जुबानी जंग चली कि अपनी सफाई में ममता बनर्जी ने ये फेसबुक पोस्ट लिख दी –
इतना सब होने के बाद बीजेपी ने एक फैसला लिया और वो फैसला ये था कि ममता बनर्जी को जय श्री राम लिखे पोस्टकार्ड कोलकाता में मुख्यमंत्री आवास पर भेजे जाएं। इतना ही नहीं, मुंबई के घाटकोपर से बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी को हिंदी, अंग्रेजी और बांग्ला में जय श्री राम लिखे पोस्ट कार्ड भेजने शुरू भी कर दिए हैं। इन लोगों ने वेबसाइट से मुख्यमंत्री आवास का पता लिया है और उसी पते पर हजारों की संख्या में पोस्टकार्ड भेजे जा रहे हैं।