उत्तराखंड की 5 सीटों पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, हरिद्वार, अल्मोड़ा और नैनीताल में आज हुआ। सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबले होंगे। केवल हरिद्वार व नैनीताल सीटों पर सपा-बसपा गठबंधन मुकाबले का तीसरा कोण बनने की संभावना। पंदेश के कुल 78,56,268 मतदाता पांच सीटों पर 52 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे।
उत्तराखंड में कुल मतदान का 57.85 प्रतिशत रहा –
टिहरी 54.38 %
पौड़ी 49.95 %
अल्मोड़ा 48.78%
नैनीताल 66.39%
हरिद्वार 66.24%
जबकि 2014 के चुनावों में प्रदेश में बेहतर मतदान हुआ था। लगभग पाँचों सीटों पर मतदान का प्रतिशत पिछली बार से कम है।
निर्वाचन आयोग के द्वारा प्रदेश की पांचों सीटों पर 112380 सरकारी कर्मचारी, पुलिस, सुरक्षाबल और होमगाडर्स तैनात किए गए और प्रदेश के 11229 मतदान केंद्रों के लिए 20692 पोलिंग पार्टियां भेजी गई। राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या और पुलिस महानिरीक्षक दीपम सेठ ने चुनाव को लेकर की गई तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि चुनावों में प्रदेश की पांच सीटों पर कुल 78,56,268 मतदाता 52 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान कराने के लिए पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी मिलाकर कुल 67380 कर्मचारी तैनात किए गए। इनमें सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट के साथ ही पीठासीन व मतदान अधिकारी शामिल रहे।
लोकतंत्र के महायज्ञ में मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रदेश को 237 सेक्टर और 1371 जोन में बांटा गया। सुरक्षा बलों को मिलाकर कुल 1.12 लाख कार्मिक चुनाव संपन्न कराने में लगे रहे।
ईवीएम खराबी से कई जगह मतदान में देरी हुई।
उत्तराखंड में मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम ने भी धोखा दिया। ऐसे में करीब 30 मिनट से लेकर एक घंटे तक देरी से मतदान हुआ। इसके चलते मतदाताओं को लाइन में खड़े होकर परेशानी झेलनी पड़ी। सुबह करीब सात बजे से अधिकांश पोलिंग बूथ पर मतदान शुरू हो गया था। इसके चलते हरिद्वार के भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र के सिकरौदा में ईवीएम में खराबी के चलते सुबह 8 बजे मतदान शुरू हो सका। वहीं, इनायतपुर में भी करीब आधे घंटे देरी से मतदान हुआ।
कुल 11,229 मतदान केंद्रों में से लगभग 697 मतदान केंद्रों को संवेदनशील और 656 को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है। अधिकांश संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्र उधमसिंह नगर, हरिद्वार और देहरादून जिले जैसे मैदानी क्षेत्रों में हैं। सभी पांच सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। टिहरी गढ़वाल में बीजेपी की माला राज्यलक्ष्मी शाह और कांग्रेस के प्रीतम सिंह, गढ़वाल में तीरथ सिंह रावत (बीजेपी) और मनीष खंडूड़ी (कांग्रेस), अल्मोड़ा में अजय टम्टा (बीजेपी) और प्रदीप टम्टा (कांग्रेस) और हरिद्वार में डॉ रमेश पोखरियाल निशंक (बीजेपी) और अंबरीश कुमार (कांग्रेस) के बीच मुकाबला है।