हरिद्वार में बदला हुआ है 2019 लोकसभा चुनाव का नजारा। हालांकि प्रदेश भर में भाजपा सांसद अपने कार्यों के बूते चुनाव मैदान में हैं और अपनी उपलब्धियों को आम जन तक पहुंचाकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन कुंभ नगरी हरिद्वार में भाजपाइयों का एक ही नारा है कि वर्तमान सांसद का 5 वर्ष का कार्यकाल पिछले 50 वर्ष पर भारी पड रहा है। इसके लिए वर्तमान सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकास परक सोच के चलते यह संभव हो पाया और संसदीय क्षेत्र में इतने कार्य हुए हैं कि विपक्ष के पास वर्तमान में कोई मुददा भी चुनाव लडने के लिए नहीं है। विकास कार्यों के चलते किसी तरह के दुष्प्रचार की गुंजाइश नही है और लोग अब समझने लगे हैं कि जो विकास की बात करेगा उसी को नेतृत्व सौंपा जाएगा। इस अवधि में हरिद्वार लोक सभा में हजारों करोड़ के कार्य हुए हैं और कई कार्य प्रगति पर हैं जो कि जिले तथा प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।
भाजपा प्रदेश कार्यालय से जारी आंकडो के अनुसार संसदीय क्षेत्र में हुए प्रमुख कार्यों में राजमार्गों के विस्तारीकरण में एतिहासिक कार्य रहे हैं। इसमें एनएच 58 तथा एनएच 72 का विस्तारीकरण प्रमुख है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट का विस्तारीकरण,नमामि गंगे के तहत घाटों का सौंदर्यीकरण एवं सीवेज लाइन निर्माण,डोईवाला में सिपेट कालेज की स्थापना, देवबंद रूडकी रेलवे लाइन का विस्तारीकरण,रसूलपुर मिटठी बेरी,लालढांग में डिग्री कालेज की स्वीकृति,झबरेडा,भगवानपुर में गैस पाइप लाइन स्टोरेज की स्वीकृति,हरिद्वार शहर में घरेलू गैस वितरण हेतु पाइप लाइन की व्यवस्था,रूडकी में पासपोर्ट कार्लालय की स्थापना,केन्द्रीय सड़क निधि योजना से 20 सेतुओं एवं राजमार्गों का निर्माण सुदृढीकरण,50 गांवों में बाढ सुरक्षा के लिए तटबंधों का निर्माण, उज्जवला योजना में 1 लाख गैस कनेक्शन निशुल्क वितरण, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 80 हजार से अधिक लोगों का लाभान्वित,प्रधानमंत्री आवास योजना में 1950 लोगों को आवास आवंटित, विदेशों में फंसे दर्जनों युवकों की वापसी, जनधन योजना के तहत 7 लाख से अधिक खाते जीरो वैलेंस पर खुलवाने तथा उरेड़ा के तहत 20 हजार परिवारों को लाभान्वित करने जैसी योजनायें भी रही।
डॉ0 निशंक का कहना है कि वह खेत खलिहान से लेकर संसद तक क्षेत्र की समस्याओं के लिए हर समय तत्पर रहे। इन 5 सालों में उन्होंने संसद में 640 प्रश्न उठाये जो कि 50 साल में सभी सांसदों के द्वारा उठाये गये सवालों से अधिक रहे हैं। उनका कहना है कि उनके कार्यों पर निर्णय जनता को करना है और जनता बेहतर जानती है कि विकास कार्य हुए हैं । वह कार्य में विश्वास रखते हैं।